शायरी ऐ महताब
Thursday, September 15, 2011
मेरे सनम
यू तो लाख हैं सितारे पर चाँद केवल एक है
दुनिया में लाख है चेहरे लेकिन दिलबर एक है
हर दिल की बातों पे ना जाना ऐ सनम
माशूक हैं लाखों लेकिन आशिक एक है
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